मंदसौर : मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद द्वारा स्वैच्छिक संगठन एवं पुर्व में चयनित नवांकुर संस्थाओं का एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण नगर पालिका सभागृह में आयोजीत किया गया। इस वक्त मुख्य अतिथी शासकीय स्नातकोतर महाविद्यालय के पुर्व प्राचार्य डां.आर के सोहानी उपस्थित थे।
इस मोकेपर डां.आर के सोहानी ने नियमित सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर ) के बारे जानकारी देते हुए कहा की सामाजिक संस्थाएं परोपकार का काम करती है। जैसे वृक्ष हमें फल देते है नदीयॉ हमे जल देती है उसी प्रकार स्वैच्छिक संस्थाएं समाज और सरकार को जोडने का काम करती है। सोहानी ने कहा की, हमारी माताएं जैसे पहली रोटी गाय के लिये और अंतिम रोटी श्वान के लिये निकालती है , जिससे हमे यह ज्ञात होता है की हमें दुसरा का भी ध्यान रखना चाहीए। उसी प्रकार कार्पोरेट सेक्टर में काम करने वाली कम्पनीयां भी समाज के लिये सामाजिक संस्थाओं को लाभ को 2 प्रतिशत राशि स्वैच्छिक संगठनों को प्रदान करती है। जिससे समाजहित में यह राशि खर्च की जा सकें । सोहानी ने बताया की सीएसआर 1 अप्रैल 2014 से लागु हुआ है। भारत ऐसा पहला देश है जहां 5 करोड से अधिक का मुनाफा कमाने वाली कम्पनी को 2 प्रतिशत राशी समाज हित में खर्च करनी होती है।
कार्यक्रम में वरिष्ठ अतिथि एवं स्वाध्याय मंच के अध्यक्ष ब्रजेश जोशी ने कहा की मंदसौर ने 2019 की बाढ एवं कोविड जैसे हालात देखे है। जिसमें सामाजिक संस्थाओं की भुमिका अहम रही हैं। समाज और सरकार मिलकर काम करें तो बडे से बडे संकट को आसानी से हल किया जा सकता हैं। वरिष्ठ पत्रकार बज्रेश जोशी ने स्वयंसेवी संस्थाओं की संरचना एवं प्रबंधन के बारे में बताया की स्वयं सेवी संस्थाओं का गठन लाभ कमाने के लिये नहीं किया जाता हैं। परमार्थ के लिये स्वयं सेवी संस्थाओं,ट्रस्ट का निर्माण किया जाता हैं। किसी की आलोचना करना आसान है, लैकीन प्रशंसा करना मुश्किल है। सकारात्मक दृष्टिकोण से ही हम जीवन में तनाव मुक्त रह सकते हैं।
जिला जनअभियान परिषद के पुर्व जिला उपाध्यक्ष डां. क्षितीज पुरोहीत ने स्वैच्छिक संगठनों के महत्वपुर्ण पंजीयन के बारे में जानकारी देते हुए बताया की संस्था को आयकर में छुट लेने के लिये 12 ए में पंजीकृत होना अनिवार्य है। वही दान देने वाली कम्पनी को हम 80 जी के अंतर्गत हम आयकर में छुट का प्रमाण पत्र दे सकते है। पुरोहित ने टीन नं. एवं एफसीआरए के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया की विदेश में बैठकर भी हम किसी संस्था के पास एफसीआरए का प्रमाण पत्र होने पर दान राशी देकर गावं का विकास करा सकते है। प्रशिक्षण में मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद की जिला समन्वय तृप्ती वैरागी ने मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद की योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
प्रशिक्षण में मुल्याकंन एवं अनुश्रवण के बारे में नितु माथुर एंव सामाजिक अंकेक्षण के बारे में रूपदेवसिहं सिसोदिया ने विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर नारायणसिंह निनामा, अर्चना रामावत, अर्चना भटट, स्वयं सेवी संगठनों के पदाधिकारी, परामर्शदाता, सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे। संचालन इन्द्रजित भटट ने किया एवं आभार जिला समन्वयक तृप्ती वैरागी ने माना।