वाराणसी : सिंगल यूज़ प्लास्टिक के खिलाफ भैरवनाथ स्थित श्री वल्लभ विद्यापीठ बालिका इंटरमीडिएट कॉलेज छात्राओं के बीच पॉलिथीन का इस्तेमाल ना करने की शपथ दिलाते हुए एक जन जागरूकता अभियान चलाया गया। सामाजिक संस्था लक्ष्मी हॉस्पिटल एवं सुबह-ए- बनारस क्लब के संयुक्त अभियान में लोगो को इसके खतरे के प्रति आगाह किया गया। साथ ही साथ छात्राओं के बीच जूट के बने झोला का वितरण भी किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए लक्ष्मी हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉ. अशोक कुमार राय एवं कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ. मुक्ता पांडे ने कहा कि पर्यावरण एवं स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बने पॉलिथीन पर हाईकोर्ट के रोक के बाद अब १ जुलाई से भारत सरकार द्वारा भी इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। पर्यावरण व सेहत दोनों के लिए पॉलिथीन हानिकारक है। इसके इस्तेमाल के कई खतरे हैं, यह जितना हल्का है, नुकसान उतना ही गहरा है। पॉलिथीन में रखें गए सामान से नुकसान अक्सर तत्काल नहीं दिखता बल्कि लंबी बीमारी के तौर पर यह उभरता है। इसकी गंभीरता को देखते हुए पॉलिथीन का त्याग करें और जब भी घर से बाहर निकले हाथों में जुट का या कपड़े का थैला लेकर निकले।
उपाध्यक्ष अनिल केसरी ने कहा कि पॉलिथीन का केमिकल खाद पदार्थों में मिलना बहुत हानिकारक होता है। इसे रोकने के लिए और बचने के लिए हमें खुद पहल करनी होगी। पहले के मुकाबले वर्तमान में जिस प्रकार से कैंसर के रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है, उसका एक मुख्य कारण पॉलिथीन भी है। पारिवारिक सेहत के दृष्टिकोण से इस का परित्याग करना अति आवश्यक हो गया है। कोषाध्यक्ष नंदकुमार टोपी वाले एंव नीचीबाग व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्रदीप गुप्त ने कहा कि पॉलिथीन एक ऐसा जहर है, जो धीरे-धीरे करके इंसान तो इंसान जानवरों को भी अपने चपेट में ले ले रहा है। यह खतरनाक ढंग से विषैला तब और हो जाता है, जब इसमें गर्म पदार्थ रखकर उसका सेवन किया जाता है।
कार्यक्रम में मुख्य रूपसे डॉ. अशोक कुमार राय, मुकेश जायसवाल, डॉ मुक्ता पांडे, अनिल केसरी, नंदकुमार टोपी वाले, नीचीबाग व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्रदीप गुप्त, डॉ. मनोज यादव, पारसनाथ केसरी, सहित सैकड़ों छात्राएं शामिल थे ।